देश प्रेम
अपनी आज़ादी को हरगिज़ नहीं मिटा सकता
सर काटा सकता है सर झुका नहीं सकता !
क्या देश के लिए देंगे जान हम?
जान के ख़तीर वतन को हरा नहीं सकता !
तुम क्या जाने हिंदुस्तान की मोहब्बत क्या है
मोहब्बत में मोहब्बत को हरा नहीं सकता !
हौसला रख हौसला। दे हौसलों से उड़ जाएगा
खुद को उडकर भी दुसरो को झुक नहीं सकता !
तू मेरी जान, मेरी जान की हिफाजत करे
इज्जत के लिए इज्जत को मिटा नहीं सकता !
Seema Priyadarshini sahay
01-Mar-2022 06:24 PM
बहुत खूबसूरत
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